5 मिलियन डॉलर में अमेरिकी नागरिकता ट्रंप की नई योजना से भारतीयों की मुश्किलें बढ़ेंगी

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमीर निवेशकों को आकर्षित करने के लिए एक नई योजना पेश की है, जिसके तहत 5 मिलियन डॉलर (करीब 43.5 करोड़ भारतीय रुपये) खर्च करके अमेरिकी नागरिकता हासिल की जा सकती है। यह उनकी नवीनतम योजना है, जिससे अमेरिका को आर्थिक फायदा होगा।
ग्रीन कार्ड का इंतजार कर रहे भारतीयों के लिए बुरी खबर
अगर यह योजना लागू होती है, तो उन भारतीय पेशेवरों के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं जो वर्षों से ग्रीन कार्ड के लिए इंतजार कर रहे हैं। ट्रंप ने बताया कि यह नया प्रोग्राम मौजूदा ईबी-5 वीजा प्रोग्राम की जगह लेगा, जिसमें अभी 1 मिलियन डॉलर निवेश करने वाले विदेशी अमेरिकी नागरिकता के पात्र होते हैं।
कब तक लागू हो सकता है यह प्रोग्राम?
ट्रंप की 'व्यवसायिक सोच' से प्रेरित यह प्रोग्राम अप्रैल तक लागू हो सकता है। शुरुआत में 10 मिलियन 'गोल्ड कार्ड वीजा' जारी किए जाने की संभावना है।ट्रंप ने कहा, "इस कार्ड को खरीदकर अमीर लोग हमारे देश में आएंगे, वे अमीर और कामयाब होंगे, बहुत सारा पैसा खर्च करेंगे और कई लोगों को रोजगार देंगे।"
भारतीयों पर क्या असर पड़ेगा?
5 मिलियन डॉलर की भारी रकम के कारण केवल भारत के अमीर कारोबारी और उद्योगपति ही इस वीजा को ले सकेंगे।
जो पेशेवर लोग ग्रीन कार्ड के लिए पहले से दशकों से प्रतीक्षा कर रहे हैं, उनकी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
मौजूदा ईबी-5 वीजा के तहत आवेदक लोन लेकर निवेश कर सकते हैं, लेकिन 'गोल्ड कार्ड वीजा' के लिए पूरा पैसा नकद देना अनिवार्य होगा।इससे ज्यादातर भारतीयों के लिए यह योजना पहुंच से बाहर हो जाएगी।