अटल सेतु पर इलेक्ट्रिक वाहनों को टोल फ्री, नवी मुंबई
अटल सेतु समुद्री पुल
महाराष्ट्र सरकार ने 22 अगस्त, 2025 से अटल सेतु पर इलेक्ट्रिक वाहनों को टोल फ्री करने का फैसला लिया। इस नीति के तहत निजी और सरकारी सभी इलेक्ट्रिक वाहन इस छूट का लाभ उठा सकेंगे। इसे राज्य के सतत परिवहन अभियान का एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। नवी मुंबई से मुंबई तक के मार्ग पर बना अटल सेतु देश का सबसे लंबा समुद्री पुल है। यह 21.8 किलोमीटर लंबा और 6 लेन वाला पुल है। इस पुल की मदद से नवी नुंबई से मुंबई के बीच की दूरी घटकर सिर्फ 20 मिनट रह गई है, जिससे यात्रियों का समय और ईंधन दोनों की बचत होती है।
मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे और समृद्धि एक्सप्रेसवे
अप्रैल 2025 में घोषित महाराष्ट्र इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) नीति के तहत टोल छूट अब राज्य के सबसे व्यस्त मार्गों पर लागू हो रही है। सूत्रों के अनुसार, यह सुविधा जल्द ही मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे और समृद्धि एक्सप्रेसवे पर भी लागू कर दी जाएगी। नीति में चार पहिया इलेक्ट्रिक वाहन और इलेक्ट्रिक बसें भी शामिल हैं।
पर्यावरणीय लक्ष्यों को समर्थन
इस नीति का मुख्य उद्देश्य कार्बन उत्सर्जन कम करना, प्रदूषण घटाना और स्वच्छ परिवहन को बढ़ावा देना है। अटल सेतु के अलावा अन्य राजमार्गों पर भी इलेक्ट्रिक चार पहिया वाहनों को 50% छूट मिलेगी। इससे यात्रियों को प्रतिदिन बड़ी बचत होगी और राज्य के पर्यावरणीय लक्ष्यों को भी समर्थन मिलेगा।
इलेक्ट्रिक वाहनों
अटल सेतु पर पहले इलेक्ट्रिक वाहनों को 250 रुपये का टोल टैक्स देना पड़ता था। अनुमान के अनुसार, रोजाना लगभग 60,000 वाहन अटल सेतु से गुजरते हैं, जिनमें इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। अब इन वाहनों को टोल टैक्स में पूरी छूट मिलने से बड़ी बचत और सुविधाजनक यात्रा सुनिश्चित होगी। अटल सेतु का लोकार्पण जनवरी 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था। यह पुल न केवल यात्रियों के समय और ईंधन की बचत में सहायक है, बल्कि महाराष्ट्र में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और सतत परिवहन के महत्व को भी बढ़ा रहा है।
























