अभिनेता और टीवीके प्रमुख विजय की रैली में भयंकर भगदड़: करूर
हृदय विदारक घटना
तमिलनाडु के करूर जिले में अभिनेता और टीवीके प्रमुख विजय की एक जनसभा उस समय भीषण त्रासदी में बदल गई, जब वहाँ अनियंत्रित भगदड़ मच गई। जनसैलाब के अचानक बेकाबू होने से 39 लोगों की दुखद मौत हो गई, जिनमें 8 बच्चे और 16 महिलाएं शामिल हैं। इस हृदय विदारक घटना ने राज्य और केंद्र दोनों स्तरों पर चिंता पैदा कर दी है, जिसके बाद मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने तुरंत जांच के आदेश दिए हैं और मुआवजे की घोषणा की है।
अभिनेता विजय
दुर्भाग्यपूर्ण हादसा शाम लगभग साढ़े सात बजे हुआ, जब अभिनेता विजय अपने समर्थकों को संबोधित कर रहे थे। अधिकारियों के अनुसार, रैली स्थल पर दोपहर से ही अत्यधिक भीड़ जमा थी, जो आयोजकों द्वारा अपेक्षित संख्या से कहीं अधिक थी। अत्यधिक गर्मी और इंतजार के कारण जैसे ही कुछ लोग बेहोश होकर गिरने लगे, मौके पर अफरा-तफरी मच गई और देखते ही देखते यह एक भयानक भगदड़ में तब्दील हो गई, जिसने कई मासूम जानें ले लीं।
गहरी संवेदना
हालात बिगड़ते देख टीवीके प्रमुख विजय ने तुरंत अपना भाषण बीच में ही रोक दिया। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से एम्बुलेंस के लिए रास्ता बनाने का आग्रह किया और भीड़ में पानी की बोतलें फेंकी ताकि लोगों को राहत मिल सके। बाद में, उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि इस घटना ने उनका दिल तोड़ दिया है और वे असहनीय दर्द में हैं। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना जताई।
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन
घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने सचिवालय में एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई और पूरे घटनाक्रम को चिंताजनक करार दिया। उन्होंने मृतकों के परिवारों के लिए मुख्यमंत्री लोक राहत कोष से 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का तत्काल ऐलान किया। इसके अतिरिक्त, घायलों को बेहतरीन चिकित्सा उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं, जिनके लिए ₹1 लाख के मुआवजे की भी घोषणा की गई है।
जांच आयोग का गठन
इस त्रासदी की जड़ों तक जाने और लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान करने हेतु, मुख्यमंत्री स्टालिन ने न्यायमूर्ति अरुणा जगदीशन के नेतृत्व में एक जांच आयोग का गठन किया है। यह आयोग हादसे के कारणों और भीड़ प्रबंधन में हुई चूक की विस्तृत जाँच करेगा। इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी तमिलनाडु सरकार से इस पूरे मामले पर एक विस्तृत रिपोर्ट तलब की है, जिससे मामले की गंभीरता और व्यापकता का पता चलता है।
राष्ट्रीय नेताओं ने जताया शोक
इस भयावह दुर्घटना पर देश के सर्वोच्च नेताओं ने भी गहरा शोक व्यक्त किया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर संवेदना व्यक्त की। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यपाल आरएन रवि और सीएम स्टालिन से बात कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी समेत कई विपक्षी नेताओं ने भी पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी सहानुभूति प्रकट की।
























