इतिहास, परंपरा और आधुनिकता का संगम: छत्तीसगढ़
अत्याधुनिक वीएफएक्स टेक्नोलॉजी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज, 1 नवंबर को छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर में 'शहीद वीर नारायण सिंह स्मारक एवं जनजातीय स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय' का उद्घाटन और अवलोकन करेंगे। यह भव्य संग्रहालय राज्य के जनजातीय समुदायों के साहस, बलिदान और देशभक्ति की विरासत को संरक्षित और प्रदर्शित करने के लिए समर्पित है। 10 एकड़ भूमि पर 50 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित यह भारत का पहला डिजिटल जनजातीय संग्रहालय है, जो आदिवासी विद्रोहों की जीवंत कहानियों को अत्याधुनिक वीएफएक्स टेक्नोलॉजी के माध्यम से प्रस्तुत करेगा।
अद्वितीय डिजिटल संग्रहालय
यह स्मारक सह-संग्रहालय सोनाखान के जमींदार और छत्तीसगढ़ के प्रथम शहीद स्वतंत्रता सेनानी शहीद वीर नारायण सिंह को श्रद्धांजलि देता है। इस अद्वितीय डिजिटल संग्रहालय में अंग्रेजों के विरुद्ध किए गए 14 प्रमुख आदिवासी विद्रोहों की गाथाएँ 16 थीम पर आधारित गैलरियों में प्रदर्शित की गई हैं। इनमें हल्बा विद्रोह, परलकोट विद्रोह, लिंगागिरी विद्रोह और सोनाखान विद्रोह जैसी ऐतिहासिक घटनाओं को जीवंत प्रदर्शन के साथ शामिल किया गया है। इन विद्रोहों ने जंगल, भूमि अधिकारों और संस्कृति की रक्षा के लिए आदिवासियों के अटूट संघर्ष को दर्शाया है।
स्वतंत्रता सेनानी शहीद वीर नारायण सिंह
राज्य के आदिम जाति विकास विभाग के प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा ने बताया कि यह संग्रहालय वीएफएक्स टेक्नोलॉजी और प्रोजेक्शन वर्क के साथ तैयार किया गया है। आगंतुक क्यूआर कोड स्कैन करके संबंधित जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकेंगे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री संग्रहालय पोर्टल और ई-बुक "आदि शौर्य" का भी शुभारंभ करेंगे तथा स्मारक स्थल पर शहीद वीर नारायण सिंह की घुड़सवार प्रतिमा का अनावरण भी करेंगे। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि यह संग्रहालय छत्तीसगढ़ जनजातीय संस्कृति का वैश्विक केंद्र बनेगा और नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत होगा।
भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी
प्रधानमंत्री के इस दौरे पर शहीद वीर नारायण सिंह स्मारक के उद्घाटन के अलावा भी कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम शामिल हैं। वे छत्तीसगढ़ को सड़क, उद्योग, स्वास्थ्य और ऊर्जा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में 14,260 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं की सौगात देंगे। इसमें नए छत्तीसगढ़ विधानसभा भवन का उद्घाटन और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण भी शामिल है। ये सभी आयोजन राज्य के गठन की 25वीं वर्षगांठ के 'रजत जयंती महोत्सव' के तहत आयोजित किए जा रहे हैं।
























