एटीएम चोरों ने उखाड़ लिया 32 लाख रुपये से अधिक की नकदी शामिल सीकर जयपुर रोड
सीकर शहर में एक ऐसी चौंकाने वाली वारदात सामने आई है, जिसने पुलिस और आम जनता दोनों को स्तब्ध कर दिया है। जयपुर रोड पर पूनिया वाइन्स के पास स्थित भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का एक पूरा एटीएम ही चोरों ने उखाड़ लिया और फरार हो गए। इस दुस्साहसिक चोरी में 32 लाख रुपये से अधिक की नकदी शामिल बताई जा रही है। यह घटना आधी रात के बाद हुई, जब 4 से 5 संदिग्ध एक लग्जरी कार में आए और चंद मिनटों में वारदात को अंजाम देकर गायब हो गए। इस हाई-प्रोफाइल चोरी ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं और पुलिस प्रशासन के सामने एक बड़ी चुनौती पेश की है।
शातिराना अंदाज में अंजाम दी गई चोरी: चोरों ने जिस शातिराना अंदाज में इस घटना को अंजाम दिया, वह उनकी पेशेवर अपराधी प्रवृत्ति को दर्शाता है। वे एक लग्जरी कार में आए, और उन्होंने पहले एटीएम के सुरक्षा तंत्र को निष्क्रिय किया। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने सीसीटीवी कैमरों को भी नुकसान पहुंचाया या उनके तार काट दिए ताकि उनकी पहचान न हो सके। इसके बाद, गैस कटर या अन्य भारी उपकरणों का इस्तेमाल करते हुए, उन्होंने पूरे एटीएम मशीन को उसके आधार से उखाड़ लिया। इतनी बड़ी मशीन को उठाना और उसे वाहन में लादकर ले जाना दर्शाता है कि चोरों की संख्या 4-5 रही होगी और वे भली-भांति संगठित गिरोह का हिस्सा थे। इस दौरान किसी भी सुरक्षा गार्ड की उपस्थिति नहीं होने से चोरों को अपना काम करने में और आसानी हुई। एसबीआई के अधिकारियों ने पुष्टि की है कि चोरी हुए एटीएम में 32 लाख रुपये से अधिक की नकदी थी।
पुलिस की पड़ताल: सीसीटीवी फुटेज और नाकाबंदी: घटना की सूचना मिलते ही सीकर पुलिस हरकत में आ गई। पुलिस अधीक्षक सहित अन्य आला अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना किया। पुलिस ने तत्काल प्रभाव से जिले भर में नाकाबंदी कर दी है और चोरों की तलाश में सघन अभियान छेड़ दिया है। जांच के दौरान, पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है, हालांकि बताया जा रहा है कि चोरों ने एटीएम के सीसीटीवी कैमरों को क्षतिग्रस्त कर दिया था। इसके बावजूद, पुलिस आसपास के अन्य सीसीटीवी कैमरों से फुटेज जुटाने का प्रयास कर रही है, जिससे अपराधियों के वाहन और उनकी पहचान संबंधी कोई सुराग मिल सके। पुलिस की कई टीमें गठित कर दी गई हैं, जो विभिन्न दिशाओं में जांच कर रही हैं और संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं। यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि इस वारदात के पीछे किसी अंतरराज्यीय गिरोह का हाथ हो सकता है, क्योंकि इस तरह की एटीएम चोरी की घटनाएं पहले भी देश के विभिन्न हिस्सों में सामने आई हैं।
रात के समय एटीएम बूथों पर सुरक्षा गार्डों की कमी या अनुपस्थिति, सीसीटीवी कैमरों की अपर्याप्त निगरानी, और मजबूत सुरक्षा उपायों का अभाव, ऐसी वारदातों को अंजाम देने वाले अपराधियों को बढ़ावा देता है। इस घटना के बाद, बैंक प्रबंधन और स्थानीय प्रशासन को मिलकर एटीएम की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए तत्काल कदम उठाने होंगे। इसमें न केवल भौतिक सुरक्षा (जैसे मजबूत दीवारों और दरवाजों) में सुधार शामिल है, बल्कि उन्नत निगरानी प्रणाली, अलार्म सिस्टम और त्वरित पुलिस प्रतिक्रिया तंत्र को भी सुदृढ़ करना होगा।