कांगड़ा जिले के लंबागांव में रहस्यमय तरीके से आग लगने का सिलसिला, परिवार दहशत में: हिमाचल प्रदेश
धुपक्यारा पंचायत
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के लंबागांव क्षेत्र की धुपक्यारा पंचायत में पिछले छह दिनों से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आ रही है। संसार चंद जरियाल के घर में रहस्यमय तरीके से आग लगने का सिलसिला शुरू हो गया है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि बिजली बोर्ड द्वारा घर की बिजली आपूर्ति पूरी तरह काट देने के बाद भी यह घटनाएँ नहीं रुकी हैं। इस रहस्यमय आग ने न केवल परिवार को दहशत में डाल दिया है, बल्कि पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है।
मकान मालिक संसार चंद
गुरुवार रात को 9:30 बजे फिर से एक पंखे में आग लगने की घटना हुई, जबकि इससे पहले बुधवार को घर में रखा एक पुराना टीवी बिना बिजली कनेक्शन के अचानक जलना शुरू हो गया था। उपमंडाधिकारी संजीव ठाकुर ने परिवार के लिए स्कूल में ठहरने की व्यवस्था की है, और वह स्वयं मौके का मुआयना करने गए हैं। मकान मालिक संसार चंद घर छोड़ने से मना कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें डर है कि उनके जाने के बाद बड़ा हादसा हो सकता है।
रहस्यमय आग के कारण डर
पीड़ित परिवार ने प्रशासन से तत्काल विशेषज्ञों की टीम बुलाने की मांग की है। उनका कहना है कि इस रहस्यमय आग के कारण परिवार लगातार डर के साए में जी रहा है। स्थानीय लोग भी इस घटना को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगा रहे हैं। प्रशासन को अब इस अजीबोगरीब घटना के वैज्ञानिक कारणों की जाँच करने के लिए त्वरित कदम उठाने की जरूरत है ताकि पूरे इलाके का डर खत्म हो सके।
टीवी - पंखे में अचानक आग
लंबागांव के धुपक्यारा पंचायत में संसार चंद जरियाल के घर में छह दिन पहले रविवार को रहस्यमय ढंग से आग लगने का सिलसिला शुरू हुआ था। पहले बिजली के एमसीवी पिघल गए। इसके बाद बिना कनेक्शन वाले बोर्ड और यहाँ तक कि बिजली के संपर्क के बिना रखे पंखे में भी अचानक आग लग गई। परिवार दहशत में है और छह दिन से ठीक से सो नहीं पाया है, हालांकि राहत की बात यह है कि कोई व्यक्ति घायल नहीं हुआ है।
अग्निशमन विभाग
घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस और अग्निशमन विभाग ने मौके का मुआयना किया, लेकिन वे भी आग के रहस्य से पर्दा नहीं उठा पाए। बिजली बोर्ड के अधिशाषी अभियंता कुलदीप शर्मा ने बताया कि बोर्ड ने एहतियातन घर की बिजली काट दी है, लेकिन फिर भी आग लगना समझ से परे है। इस उदासीनता से परिवार में रोष है, क्योंकि जिला प्रशासन की ओर से अभी तक कोई विशेषज्ञ जाँच दल नहीं आया है।
























