कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने शक्ति स्थल पर जाकर इंदिरा गांधी को दी श्रद्धांजलि
दिल्ली में कांग्रेस पार्टी
राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को उनकी पुण्यतिथि पर 'शक्ति स्थल' जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। 31 अक्टूबर 1984 को अपनी अखंडता की रक्षा के लिए उन्होंने अपने जीवन का सर्वोच्च बलिदान दिया था। कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने उनकी समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके साहस, संवेदना और देशभक्ति के प्रति अपना सम्मान व्यक्त किया।
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी
पुण्यतिथि के अवसर पर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता शक्ति स्थल पर एकत्र हुए। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने इंदिरा गांधी को नमन करते हुए उनके अतुलनीय योगदान को याद किया। खड़गे ने कहा कि इंदिरा गांधी ने भारत की एकता और प्रगति के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। राहुल गांधी ने उन्हें नारी शक्ति का सर्वोत्तम उदाहरण और अपनी प्रेरणा का स्रोत बताया। इस अवसर पर कई अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की।
प्रभावशाली नेहरू परिवार
इंदिरा प्रियदर्शिनी गांधी का जन्म 19 नवंबर 1917 को इलाहाबाद में राजनीतिक रूप से प्रभावशाली नेहरू परिवार में हुआ था; वह देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की इकलौती पुत्री थीं। उन्होंने शांतिनिकेतन और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की। 1966 में वह भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं और 1977 तक इस पद पर रहीं, जिसके बाद 1980 में वह फिर से प्रधानमंत्री चुनी गईं और 1984 में अपनी हत्या तक देश का नेतृत्व किया।
मजबूत नेतृत्व महत्वपूर्ण भूमिका
आयरन लेडी" के रूप में प्रसिद्ध इंदिरा गांधी ने देश के सामने आने वाले कई संकटों का मजबूत नेतृत्व के साथ सामना किया। उनके कार्यकाल की प्रमुख उपलब्धियों में 1971 का भारत-पाक युद्ध (जिसके परिणामस्वरूप बांग्लादेश का उदय हुआ), बैंकों का राष्ट्रीयकरण, गरीबी हटाओ का नारा और 1974 का पोखरण परमाणु परीक्षण शामिल हैं। उन्होंने हरित क्रांति के माध्यम से देश को खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
























