चक्रवाती तूफान मोंथा आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में असर: बंगाल की खाड़ी
तट से टकराने की आशंका
बंगाल की खाड़ी में बना गंभीर चक्रवाती तूफान 'मोंथा' आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों की ओर तेजी से बढ़ रहा है और काकीनाडा में इसने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। आज शाम/रात के समय मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच काकीनाडा के आस-पास इसके तट से टकराने की आशंका है। 90 से 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली तेज हवाओं और मूसलाधार बारिश ने काकीनाडा को पूरी तरह से प्रभावित कर दिया है, जिससे दैनिक जीवन पूरी तरह से बाधित हो गया है। बिजली की सप्लाई कटने और कई इलाकों में जलभराव के कारण स्थितियाँ बिगड़ती जा रही हैं, जिसके मद्देनज़र NDRF और SDRF की टीमें तत्काल तैनात की गई हैं।
शून्य जनहानि का लक्ष्य
तूफान की गंभीरता को देखते हुए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने 'शून्य जनहानि' के लक्ष्य के साथ अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है। आपदा प्रबंधन व्यवस्था को मज़बूत करते हुए तटीय इलाकों से लोगों को सुरक्षित शिविरों में शिफ्ट किया जा रहा है। नगर प्रशासन मंत्री पी. नारायणा, जो काकीनाडा के प्रभारी मंत्री भी हैं, ने स्थिति पर नज़र रखने के लिए वहाँ डेरा डाल रखा है। उन्होंने बताया कि सभी सुविधाओं से युक्त 269 पुनर्वास केंद्र स्थापित किए गए हैं और 30 NDRF तथा 50 SDRF की टीमें तैयार रखी गई हैं।
भारी बारिश की चेतावनी
चक्रवात 'मोंथा' के चलते तटीय आंध्र प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है, जिसके परिणामस्वरूप कई शहरों में जलभराव हुआ है। बारिश और तेज हवाओं के कारण काकीनाडा सहित कई जिलों में बिजली आपूर्ति पूरी तरह से बाधित हो गई है। हालातों को संभालने के लिए जिलों में अग्रिम तैयारियाँ की गई हैं। मंत्री पी. नारायणा ने यह भी जानकारी दी कि तटवर्ती गाँवों की लगभग 140 गर्भवती महिलाओं को अस्पतालों में सुरक्षित स्थानांतरित किया गया है। इसके अलावा, सभी शैक्षणिक संस्थानों में बुधवार तक छुट्टियाँ घोषित कर दी गई हैं।
प्रशासन पूरी तरह से सजग
तटीय क्षेत्रों में किसी भी अप्रत्याशित घटना से निपटने के लिए स्थानीय प्रशासन पूरी तरह से सजग है। सिविल सप्लाई मंत्री नंदेंदला मनोहर भी स्थिति की निगरानी के लिए एलुरु पहुँच गए हैं। अधिकारियों ने तटीय निवासियों को घर के अंदर ही रहने और तूफान के गुजरने तक बाहर न निकलने की सलाह दी है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे राहत कार्यों के लिए पर्याप्त ईंधन, आवश्यक सामान और दवाइयाँ तैयार रखें ताकि तूफान के बाद की स्थितियों को संभाला जा सके।
























