झूले में अचानक आई तकनीकी खराबी, बच्चों तथा महिलाओं में चीख-पुकार: मध्य प्रदेश
रायसेन मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में खंडेरा मंदिर मेला लगा हुआ है, जहाँ रविवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। मनोरंजन के लिए लगे एक झूले में अचानक तकनीकी खराबी आ गई और वह बीच में ही झुक गया। इस अप्रत्याशित घटना से मौके पर अफरा-तफरी मच गई और झूले पर बैठे बच्चों तथा महिलाओं में चीख-पुकार मच गई। हालाँकि, पुलिस और स्थानीय युवकों की त्वरित कार्रवाई से सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, जिससे एक बड़ी जनहानि टल गई।
खंडेरा मंदिर मेला
मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में आयोजित खंडेरा मंदिर मेले में रविवार को एक बड़ा हादसा होने से बच गया। बच्चों और युवाओं के मनोरंजन के लिए मेले के प्रांगण में कई तरह के झूले लगाए गए थे। इन झूलों में से एक चलते-चलते अचानक टूटकर बीच में ही झुक गया। झूले के इस तरह अप्रत्याशित रूप से झुकने से वहाँ मौजूद लोगों में दहशत फैल गई और वे जान बचाने के लिए घबराकर इधर-उधर भागने लगे।
युवकों ने संभाला मोर्चा
हादसे की जानकारी मिलते ही मंदिर परिसर में मौजूद पुलिस बल और स्थानीय युवकों ने तत्काल मोर्चा संभाला। झूले पर उस समय कई बच्चे और महिलाएं सवार थे, जो डर के मारे जोर-जोर से चिल्लाने लगे थे। पुलिसकर्मियों और युवकों ने बिना समय गंवाए खतरे के बावजूद झूले पर चढ़ना शुरू कर दिया। उनकी सूझबूझ और त्वरित कार्रवाई से फंसे हुए लोगों को नीचे उतारने का बचाव कार्य शुरू किया गया।
झूले पर बैठे लोग ऊंचाई पर फंसे
झूला पूरी तरह से नीचे गिरा नहीं था, लेकिन झुक जाने के कारण लोग ऊंचाई पर फँस गए थे। पुलिसकर्मियों और स्थानीय युवकों ने लगभग आधे घंटे तक कड़ी मशक्कत के बाद सभी फंसे हुए लोगों को सुरक्षित रूप से बाहर निकाल लिया। गनीमत यह रही कि इस दौरान किसी भी व्यक्ति को कोई गंभीर चोट नहीं आई। लोगों ने राहत की साँस ली और सुरक्षा सुनिश्चित करने वाले लोगों की प्रशंसा की।
प्रशासन ने झूले को तत्काल बंद करवाया
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि यदि झूला पूरी तरह से टूटकर नीचे गिर जाता, तो यह एक बड़ी दुर्घटना का रूप ले सकता था। इस घटना के तुरंत बाद, प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए हादसे वाले झूले को तत्काल बंद करवा दिया। इसके साथ ही, मेले में लगे अन्य सभी झूलों की तकनीकी जाँच भी करवाई गई। यह कदम भविष्य में ऐसी किसी भी अप्रिय घटना की पुनरावृत्ति को रोकने के उद्देश्य से उठाया गया।
लापरवाही पर सख्त कार्रवाई
मेले में मौजूद लोगों ने इस हादसे के लिए सीधे तौर पर लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया। उनका कहना था कि झूले की देखरेख और सुरक्षा जाँच ठीक तरीके से नहीं की गई थी। लोगों ने प्रशासन से यह कड़ी मांग की है कि भविष्य में लगने वाले सभी मेलों में झूलों और झूलाघरों के सुरक्षा मानकों की सही तरीके से जाँच की जाए। ऐसी अनियमितताओं पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
























