धराली में बादल फटने से एक भीषण त्रासदी: देवभूमि उत्तराखंड
धराली क्षेत्र में भारी तबाही
देवभूमि उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में बादल फटने की घटना ने धराली क्षेत्र में भारी तबाही मचा दी है। देखते ही देखते शांत रहने वाली खीर गंगा नदी का रौद्र रूप सामने आया और अचानक आए सैलाब ने घरों और होटलों को अपनी चपेट में ले लिया। इस त्रासदी के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है और बड़े पैमाने पर राहत व बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है।
विनाशकारी घटना से पूरा इलाका खंडहर
धराली में बादल फटने से एक भीषण त्रासदी सामने आई है। अचानक आए सैलाब में कई मकान, होटल और होमस्टे बह गए या मलबे में दब गए। इस विनाशकारी घटना से पूरा इलाका खंडहर में तब्दील हो गया है। सड़कों और पुलों के क्षतिग्रस्त होने से बचाव कार्य में शुरुआती बाधाएं आईं। इस आपदा ने स्थानीय लोगों के जीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है।
पुलिस मुख्यालय से बचाव अभियान
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए, उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय ने तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को मोर्चे पर भेजा है। आईजी एसडीआरएफ अरुण मोहन जोशी और आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप को बचाव कार्यों के समन्वय की जिम्मेदारी दी गई है। उनके साथ तीन एसपी, एक कमांडेंट और 11 डीएसपी भी मौके पर मौजूद हैं।
श्वेता चौबे की विशेष टीमें
राहत और बचाव कार्यों को तेज करने के लिए, 40वीं पीएसी बटालियन और आईआरबी द्वितीय बटालियन की विशेष आपदा राहत टीमों को भी तैनात किया गया है। इन टीमों का नेतृत्व श्वेता चौबे कर रही हैं। इसके अलावा, आस-पास के जिलों से भी 160 अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को बुलाया गया है, जिससे बचाव अभियान को और गति मिल सके।
लापता लोगों की तलाश
अधिकारियों ने बताया है कि इस त्रासदी में चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 50 से अधिक लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। बचाव दल लगातार लापता लोगों की तलाश में जुटे हुए हैं। इसके साथ ही, हर्शिल आर्मी कैंप के 8-10 लापता जवानों की खोज भी जारी है।
एनडीआरएफ-आईटीबीपी एजेंसियां
पुलिस के साथ-साथ भारतीय सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की टीमें भी मिलकर काम कर रही हैं। यह साझा प्रयास सुनिश्चित कर रहा है कि राहत और बचाव कार्य सुव्यवस्थित तरीके से हो, ताकि हताहतों की संख्या को कम किया जा सके।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना का संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया के माध्यम से बचाव कार्यों की निगरानी करने और हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। राज्य नियंत्रण कक्ष ने हेल्पलाइन नंबर (01374222126, 222722, 9456556431) भी जारी किए हैं।
मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया
मौसम विभाग ने अगले 24-48 घंटों के लिए भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है, जिससे बचाव टीमों के सामने नई चुनौतियां खड़ी हो गई हैं। इसके बावजूद, सभी एजेंसियां खराब मौसम की परवाह न करते हुए लगातार काम कर रही हैं, ताकि हर संभव जीवन को बचाया जा सके।
























