नोएडा में 84 लाख की साइबर ठगी: साइबर क्राइम थाना पुलिस
साइबर क्राइम
नोएडा में साइबर अपराधियों ने ₹84 लाख की ठगी कर ली है। महिला और बुजुर्ग समेत तीन पीड़ितों की शिकायत पर साइबर क्राइम थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार डर,और
लालच और झांसे में फंसा कर तीनों घटनाएं अलग-अलग तरीकों से अंजाम दी गईं।
शेयर मार्केट विशेषज्ञ
ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी निवासी सूर्य मोहन धर (63) ने शिकायत दर्ज कराई है कि 2 जुलाई को एक महिला ने उन्हें WhatsApp पर संपर्क किया और खुद को शेयर मार्केट विशेषज्ञ बताया। महिला ने शेयर टिप्स दिए और शुरुआती लाभ दिखाकर उनका विश्वास जीता। इसके बाद पीड़ित ने 21 जुलाई से 12 अगस्त के बीच अलग-अलग खातों में ₹40.50 लाख ट्रांसफर कर दिए। सूर्य मोहन धर ने अपना फंड वापस मांगना चाहा, तो उन्हें मुनाफे पर 15% सर्विस चार्ज देने को कहा गया। संदेह होने पर उन्होंने संपर्क तोड़ा, लेकिन तब तक ठग WhatsApp ग्रुप से उन्हें बाहर कर चुके थे।
एयरटेलअधिकारी और ACP संजय सिंह
सरला देवी (76) ने बताया कि वह अकेले रहती हैं। 18 जुलाई को उन्हें एक कॉल आया, जिसमें खुद को एयरटेल अधिकारी नेहा शर्मा बताया और आरोप लगाया कि उनके नंबर का इस्तेमाल जुआ और आतंकवादियों को फंडिंग जैसे गंभीर मामलों में हो रहा है। इसके बाद एक व्यक्ति वीडियो कॉल पर पुलिस की वर्दी में दिखाई दिया और खुद को ACP संजय सिंह बताया। उसने गिरफ्तारी से बचने के लिए रकम ट्रांसफर करने को कहा। डर के मारे पीड़िता ने अलग-अलग खातों में ₹43.70 लाख ट्रांसफर कर दिए। जब और पैसे की मांग हुई, तो उन्होंने वकील से सलाह ली और ठगी का पता चला।
पिता का दोस्त
नोएडा के सेक्टर-75 निवासी यीशु मित्तल को 28 अगस्त को कॉल आया। कॉलर ने खुद को उनके पिता का दोस्त बता कर बैंक खाते की जानकारी मांगी और कहा कि खाते में गलती से ज्यादा पैसे भेज दिए गए हैं उन्हें वापस भेजें। भरोसा कर पीड़ित ने ₹24,068 ट्रांसफर कर दिए। बाद में यीशु मित्तल को महसूस हुआ कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है।
डीसीपी साइबर क्राइम प्रीति यादव
प्रीति यादव ने लोगों से सतर्क रहने और अनजान कॉल या WhatsApp मैसेज पर भरोसा न करने की सलाह दी और बताया कि सभी मामलों में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और तकनीकी जांच शुरू कर दी गई है। आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
























