पंचकोसी परिक्रमा के लिए पहुंचे लाखों भक्त, सुरक्षा के कड़े इंतजाम: अयोध्या
देवउठनी एकादशी
अयोध्या की पंचकोसी परिक्रमा में हिस्सा लेने के लिए देश के कोने-कोने से लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुँचे, जिससे परिक्रमा मार्ग पर जनसैलाब उमड़ पड़ा। सरयू घाटों पर पवित्र डुबकी लगाने के बाद श्रद्धालुओं ने करीब 15 किलोमीटर की यह धार्मिक यात्रा शुरू की। अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद आयोजित हो रही इस प्रमुख परिक्रमा में भीड़ ने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं, जिसे देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए हैं। कार्तिक मास की पवित्र देवउठनी एकादशी के अवसर पर राम नगरी अयोध्या एक बार फिर आस्था के विशाल महासंगम की गवाह बनी।
पंचकोसी परिक्रमा का शुभ आरंभ
कार्तिक एकादशी के पुण्य मुहूर्त पर बहुत उत्साह के साथ हुआ। मान्यता है कि यह परिक्रमा अयोध्या धाम के हृदय क्षेत्र की यात्रा है, जिसे करने से समस्त पापों से मुक्ति मिलती है। इस दौरान लाखों भक्त जय श्री राम के उद्घोष के साथ नंगे पाँव पग बढ़ाते हैं। भीड़ के बीच चल रहे एक श्रद्धालु ने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा, किसी व्यक्ति की ईश्वर में आस्था और उसके पिछले कर्म तय करते हैं कि वह परिक्रमा कैसे करेगा। यह मेरा तीसरा साल है, जबकि कुछ के लिए यह पाँचवाँ या छठा है। व्यवस्थाएं अच्छी हैं, लेकिन इस बार भीड़ बहुत ज्यादा है।
सुरक्षित परिक्रमा सुनिश्चित
अयोध्या में उमड़ी इस विशाल भीड़ को सुगम और सुरक्षित परिक्रमा सुनिश्चित कराने के लिए प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। आईजी प्रवीण कुमार ने सुरक्षा इंतजामों की जानकारी देते हुए बताया कि पंचकोसी परिक्रमा शुभ कार्तिक एकादशी के अवसर पर बड़े उत्साह के साथ शुरू होती है। श्रद्धालु घाटों पर पवित्र स्नान करने के बाद शहर भर के विभिन्न बिंदुओं से शुरुआत करते हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पूरे क्षेत्र को विभिन्न जोन में विभाजित किया गया है, जिसकी निगरानी ड्रोन के माध्यम से की जा रही है। इसके अलावा, अधिकारी सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए जमीनी स्तर पर तैनात हैं।
पुलिस कर्मि और प्रशासन
भीड़ की अप्रत्याशित वृद्धि को देखते हुए प्रशासन ने यातायात प्रतिबंधों को सख्ती से लागू कर दिया है। आईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि इस वर्ष श्रद्धालुओं की संख्या पिछले वर्षों की तुलना में काफी अधिक है, इसलिए सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है। परिक्रमा मार्ग पर सीसीटीवी कैमरों के अलावा जगह-जगह पर पुलिस कर्मियों और राहत दलों की तैनाती की गई है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए परिक्रमा पथ पर पेयजल, मोबाइल शौचालय और प्राथमिक उपचार केंद्रों की भी व्यवस्था की गई है। प्रशासनिक चुस्ती यह सुनिश्चित कर रही है कि लाखों की भीड़ के बावजूद श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न होने पाए।
























