प्रदेश में कहीं भी उर्वरक की दिक्कत नहीं - मुख्यमंत्री
योगी सरकार
सरकार ने अपील की है कि खाद का अनावश्यक भंडारण न करें। किसानों के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध है। प्रदेश में कहीं भी खाद की कोई समस्या या कमी नहीं है। सरकार ने अपील की है कि खाद का अनावश्यक भंडारण न करें। कृषि विभाग ने सभी 18 मंडलों में खाद की उपलब्धता और बिक्री की जानकारी दी। खरीफ सीजन 2024 में इस अवधि (18 अगस्त) तक 36.76 लाख मीट्रिक टन खाद की बिक्री हुई थी, जबकि इस साल अब तक 42.64 लाख मीट्रिक टन खाद की बिक्री हो चुकी है।
शिकायत प्रकोष्ठ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया हर जनपद में शिकायत प्रकोष्ठ है। किसी भी परेशानी की स्थिति में अवगत कराएं। किसानों से अपील की कि खाद का भंडारण न करें। जितनी आवश्यकता है, उतना खाद लें, जब-जब आवश्यकता है, तब-तब खाद लें। मुख्यमंत्री ने उर्वरक की ओवररेटिंग, कालाबाजारी करने वालों को कड़ी चेतावनी भी दी है। उन्होंने जनपद में तैनात अधिकारियों को समय-समय पर निरीक्षण करने, किसानों से संवाद स्थापित करने और समस्याओं का निस्तारण करने का निर्देश दिया है।
कृषि विभाग
एनपीके उर्वरक (नाइट्रोजन, फॉस्फोरस व पोटेशियम मिश्रण) का वितरण विगत वर्ष 2.07 लाख मीट्रिक टन रहा, इस वर्ष 2.39 लाख मीट्रिक टन वितरण किया जा चुका है। एमओपी (म्यूरेट ऑफ पोटाश) 0.25 लाख मीट्रिक टन के सापेक्ष इस वर्ष 0.46 लाख मीट्रिक टन वितरित हुआ। वहीं एसएसपी (सिंगल सुपर फॉस्फेट) का वितरण 2024 में 1.91 लाख मीट्रिक टन रहा, इस वर्ष किसानों को 2.79 लाख मीट्रिक टन वितरण किया जा चुका है। अगस्त तक प्रदेश में 37.70 लाख मीट्रिक टन की उपलब्धता रही। गतवर्ष की तुलना में इस वर्ष 16.04% (मात्रा 4.37 लाख मी.टन) अधिक यूरिया उर्वरक की बिक्री हुई है।
























