प्रयागराज में जल प्रलय: जनजीवन अस्त-व्यस्त
प्रयागराज में जल प्रलय
प्रयागराज में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश और नदियों के बढ़ते जलस्तर ने शहर में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा कर दी है। गंगा और यमुना नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिससे संगम क्षेत्र समेत कई निचले इलाकों में पानी घुस गया है। दारागंज, काली सड़क, रामघाट और बघाड़ा जैसे रिहायशी इलाकों में सड़कें पानी में डूब चुकी हैं। एक स्थानीय निवासी के अनुसार, "प्रयागराज में बहुत तेज बारिश हो रही है, जिससे संगम, दारागंज, काली सड़क और रामघाट जैसे इलाकों में पानी भर गया है।
गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर
पिछले कुछ दिनों से पहाड़ी इलाकों में हो रही भारी बारिश के कारण गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। दोनों नदियाँ अपने खतरे के निशान को पार कर चुकी हैं, जिससे बाढ़ का पानी तेजी से शहरी और ग्रामीण इलाकों में फैल रहा है। संगम क्षेत्र पूरी तरह से जलमग्न हो गया है, जिससे तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों को भारी परेशानी हो रही है।
बारिश और नदियों का पानी
बारिश और नदियों का पानी शहर के कई प्रमुख इलाकों में घुस चुका है। दारागंज, छोटा बघाड़ा, राजापुर और सलोरी जैसे इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। लोगों के घरों में पानी भर गया है और उन्हें ऊपरी मंजिलों या छतों पर रहने को मजबूर होना पड़ रहा है। कई जगहों पर जलस्तर इतना ज्यादा है कि सड़कें पूरी तरह से गायब हो गई हैं और लोग नावों के सहारे आवाजाही कर रहे हैं।
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें
जिला प्रशासन ने बाढ़ से प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात की हैं। प्रभावित इलाकों में नावों की मदद से लोगों को निकाला जा रहा है और राहत शिविरों में पहुँचाया जा रहा है। इन शिविरों में भोजन, पानी और अन्य आवश्यक वस्तुओं की व्यवस्था की गई है। हालांकि, कई लोगों को अभी भी मदद का इंतजार है।
प्रभावित इलाकों में हाई अलर्ट जारी
स्थानीय लोग प्रशासन की व्यवस्थाओं से नाराज हैं। उनका कहना है कि हर साल बारिश के मौसम में ऐसी स्थिति बनती है, लेकिन जल निकासी की समस्या को दूर करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते। उनका यह भी आरोप है कि राहत कार्य धीमी गति से चल रहा है, जिससे उनकी मुसीबतें और बढ़ गई हैं। जिलाधिकारी ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में हाई अलर्ट जारी कर दिया है और लोगों से अपील की है कि वे सावधानी बरतें और सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे लगातार स्थिति पर नजर रखें और प्रभावित लोगों तक तुरंत मदद पहुँचाएँ। लोगों को आने-जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।" प्रशासन द्वारा किए गए इंतजामों को लेकर लोगों में नाराजगी है, क्योंकि अभी तक जल निकासी की कोई उचित व्यवस्था नहीं की गई है।