भगवान सुब्रमण्यम का स्वर्ण रथ
स्वर्ण रथ पर निकली भव्य शोभायात्रा
तमिलनाडु के तिरुवल्लूर जिले में स्थित ऐतिहासिक तिरुत्तानी सुब्रमण्यम स्वामी मंदिर में इन दिनों उत्सव का माहौल है। हाल ही में यहां एक भव्य आयोजन हुआ, जिसमें भगवान मुरुगन की उत्सव मूर्ति को उनकी पत्नियों, वल्ली और देवसेना के साथ एक अलंकृत स्वर्ण रथ पर विराजमान करके शोभायात्रा निकाली गई। इस दौरान पारंपरिक संगीत और वाद्य यंत्रों की मधुर धुन से पूरा मंदिर परिसर गूंज उठा।
भगवान मुरुगन की जयकार
तिरुत्तानी सुब्रमण्यम स्वामी मंदिर भगवान मुरुगन के छह पवित्र आवासों (अरुपदाई वीदुगल) में से एक है और इसका विशेष आध्यात्मिक महत्व है। यह माना जाता है कि भगवान मुरुगन ने असुरों पर अपनी विजय के बाद इसी स्थान पर शांति प्राप्त की थी। यही वजह है कि इसे 'शांतिपुरी' (शांति का निवास) भी कहा जाता है। शोभायात्रा के दौरान, भक्तों ने पूरे भक्तिभाव से दीप आराधना की और भगवान की जयकार की। मंदिर के पुजारी और सेवकों ने विशेष पूजा-अर्चना की और मंत्रोच्चार के साथ भगवान की आरती उतारी। यह आयोजन हर वर्ष एक निश्चित समय पर आयोजित किया जाता है और इसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु भाग लेते हैं।
हजारों श्रद्धालुओं की भागीदारी
इस भव्य आयोजन में आसपास के क्षेत्रों से आए हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। उन्होंने भक्तिभाव से रथ को खींचने में भी योगदान दिया और इस पवित्र क्षण का हिस्सा बनकर खुद को धन्य महसूस किया। इस तरह के आयोजनों से न केवल धार्मिक आस्था मजबूत होती है, बल्कि सामुदायिक सद्भाव और एकजुटता भी बढ़ती है। जिससे वातावरण और भी भक्तिमय हो गया।