मजदूरों की जान खतरे में सिक्किम में भूस्खलन का कहर : NH-10
राष्ट्रीय राजमार्ग-10 (NH-10)
सिक्किम के बर्दंग और 20वीं मील के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-10 (NH-10) पर चल रहे सड़क निर्माण कार्य में भूस्खलन लगातार बड़ी बाधा बन रहा है। मूसलाधार बारिश के चलते पहाड़ी से लगातार पत्थर गिर रहे हैं, जिससे न सिर्फ काम प्रभावित हो रहा है बल्कि मजदूरों की जान भी खतरे में पड़ गई है।
सिक्किम में भूस्खलन
मजदूरों ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा, "यह पहाड़ी लगातार गिर रही है। कभी दो वाहन निकल जाते हैं, कभी तो एक को भी निकालना मुश्किल हो जाता है।" उन्होंने बताया कि बार-बार हो रहे भूस्खलन के कारण सभी मजदूरों को काम से छुट्टी दे दी गई है, क्योंकि अस्थिर ढलानें उनके जीवन के लिए खतरा बन गई हैं। बर्दंग और 20वीं मील के इलाकों में पहाड़ी ढलानें लगातार ढह रही हैं, जिससे भारी मात्रा में मिट्टी और पत्थर सड़क पर आ रहे हैं। इस कारण सड़क को बार-बार बंद करना पड़ रहा है, जिससे यात्रियों और मालवाहक वाहनों की आवाजाही में भारी दिक्कत आ रही है। बार-बार अस्थाई तौर पर मलबा हटाकर रास्ता साफ करने की कोशिशें भी नाकाफी साबित हो रही हैं, और रिटेनिंग वॉल के निर्माण में हो रही देरी स्थिति को और गंभीर बना रही है।
समाधान की आवश्यकता
इस ज्वलंत समस्या के समाधान के लिए तत्काल और ठोस कदम उठाने की जरूरत है। केवल अस्थायी मलबा हटाने के बजाय, भूवैज्ञानिकों और इंजीनियरों की मदद से ढलानों के स्थिरीकरण के लिए वैज्ञानिक उपाय किए जाने चाहिए। रिटेनिंग वॉल का निर्माण कार्य तेज गति से और उच्च गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाना चाहिए, ताकि NH-10 पर सुरक्षित और निर्बाध यातायात सुनिश्चित हो सके और सड़क निर्माण में लगे श्रमिकों की जान सुरक्षित रह सके।
रिटेनिंग वॉल (दीवारों को रोकने वाली) दीवारें पहाड़ी ढलानों को स्थिर रखने और भूस्खलन को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
सुरक्षा के सवाल
इस क्षेत्र में पहाड़ियों की अस्थिर प्रकृति एक बड़ी चुनौती है। भूस्खलन के बाद मलबा हटाने और अस्थायी रास्ता बनाने के बावजूद, सुरक्षा का कोई स्थायी समाधान नहीं मिल पा रहा है। लगातार पत्थर गिरने से कामगारों को हमेशा जान का जोखिम बना रहता है। यह सवाल उठता है कि क्या निर्माण से पहले भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण और इंजीनियरिंग समाधानों पर पर्याप्त ध्यान दिया गया था।