शिवरात्रि पर अयोध्या में कांवड़ियों का सैलाब
आस्था का अद्भुत नज़ारा सावन शिवरात्रि के पावन अवसर पर, उत्तर प्रदेश के अयोध्या धाम में लाखों की संख्या में कांवड़िये पहुँचे। भगवान राम की नगरी शिव भक्तों से पट गई, और हर ओर "बम-बम भोले" के जयकारे गूंजने लगे।यह नजारा भक्ति और उत्साह का एक अनूठा संगम था, जिसने अयोध्या को पूरी तरह से शिवमय कर दिया। एक ऐसा दृश्य, जहाँ आस्था और भक्ति का सैलाब उमड़ पड़ा।
कांवड़ियों की भारी उपस्थिति राम पथ, भक्ति पथ और दर्शन पथ पर विशेष रूप से देखी गई। इन प्रमुख मार्गों पर कांवड़ियों का जनसैलाब उमड़ पड़ा था, जो अपने कंधों पर गंगाजल लिए भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए आगे बढ़ रहे थे। इन रास्तों पर केवल केसरिया रंग और भक्ति गीत सुनाई पड़ रहे थे, जिससे एक आध्यात्मिक वातावरण बन गया था।
सरयू नदी में पवित्र स्नान सुबह से ही मंदिरों में भक्तों की लंबी कतारें देखी गईं, जो भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आतुर थे। प्रशासन ने स्नान घाटों से लेकर मंदिरों तक श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं की थीं। कांवड़ियों ने सरयू नदी में पवित्र स्नान करने के बाद, नागेश्वरनाथ मंदिर सहित अन्य शिवालयों में जलाभिषेक किया।
भक्तिमय वातावरण सावन शिवरात्रि का यह अवसर अयोध्या के स्थानीय लोगों के लिए भी उत्सव का माहौल लेकर आया। व्यापारियों ने भी इस भक्तिमय वातावरण में अपनी दुकानें सजाईं, और कई स्थानों पर भंडारे और सेवा शिविर लगाए गए थे, जहाँ कांवड़ियों को भोजन और जलपान उपलब्ध कराया जा रहा था। यह एक ऐसा पर्व है जो धार्मिक महत्व के साथ-साथ सामाजिक सद्भाव को भी बढ़ावा देता है।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
प्रशासन ने कांवड़ियों की सुरक्षा और सुचारु आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए अयोध्या धाम के कई स्थानों पर बैरिकेडिंग की व्यवस्था की थी। भीड़ को नियंत्रित करने और किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से लगातार निगरानी रखी जा रही थी, ताकि व्यवस्था बनी रहे।