संन्यास, क्रिकेट को कहा अलविदा: चेतेश्वर पुजारा
क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास - पुजारा ने अपने नोट में लिखा, भारतीय जर्सी पहनना, राष्ट्रगान गाना और हर बार मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ देना इसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है। यह अनुभव बेहद खास रहा। लेकिन जैसा कहा जाता है, हर अच्छी चीज का एक अंत होता है। इसलिए आभार के साथ मैं यह घोषणा करता हूं कि मैंने भारतीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने का फैसला किया है।
विदेशी धरती पर भी शानदार प्रदर्शन - भारतीय क्रिकेट में पुजारा का योगदान हमेशा याद किया जाएगा। खासकर टेस्ट क्रिकेट में उनकी भूमिका बेहद अहम रही। पुजारा ने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी टीमों के खिलाफ विदेशी धरती पर भी शानदार प्रदर्शन कर भारत को बड़ी जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा - पुजारा का करियर भले ही सिर्फ चार साल लंबा रहा हो, लेकिन उन्होंने इस दौरान अपनी तकनीक और धैर्य से टीम इंडिया के लिए कई यादगार पारियां खेलीं। उन्हें हमेशा भारतीय टेस्ट टीम के ‘दीवार’ के रूप में जाना गया, जिन्होंने मुश्किल हालात में टीम को संभालने का काम किया। उनके संन्यास के बाद भारतीय क्रिकेट में एक बड़ा खालीपन आ जाएगा। क्रिकेट प्रमियों के लिए यह खबर भावुक करने वाली है, लेकिन पुजारा का सफर आने वाले खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा रहेगा।
























