सोनभद्र में मिला यूरेनियम का विशाल भंडार: न्यूक्लियर पावरभारत
परमाणु ऊर्जा मिशन
देश में परमाणु ऊर्जा के भविष्य को एक नई दिशा मिल सकती है। उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में यूरेनियम के बड़े भंडार मिलने की प्रबल संभावना सामने आई है। परमाणु ऊर्जा विभाग के अनुसार, सोनभद्र के म्योरपुर ब्लॉक के नकटू क्षेत्र में 785 टन यूरेनियम ऑक्साइड की मौजूदगी के शुरुआती साक्ष्य मिले हैं। यह भारत के परमाणु ऊर्जा मिशन के लिए एक बड़ी और महत्वपूर्ण खबर है।
परमाणु खनिज अन्वेषण एवं अनुसंधान निदेशालय
एएमडी द्वारा किए गए शुरुआती सर्वेक्षण में सोनभद्र के नकटू में यूरेनियम के साक्ष्य मिले हैं। इसके बाद, इस क्षेत्र में विस्तृत खोज और अनुसंधान का काम शुरू किया गया है, ताकि भंडार की पुष्टि की जा सके। यह खोज परमाणु ऊर्जा विभाग के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। एएमडी ने नकटू के अलावा सोनभद्र के कूदरी और अंजनगिरा सहित 31 और ऐसे स्थानों को चिह्नित किया है, जहां यूरेनियम के भंडार होने की संभावना है। इन सभी जगहों पर भी अनुसंधान कार्य चल रहा है। यदि इन सर्वेक्षणों के नतीजे अनुकूल रहे, तो भारत का न्यूक्लियर एनर्जी मिशन बहुत तेजी से आगे बढ़ सकता है।
यह खोज भारत को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। केंद्र सरकार देश में परमाणु ऊर्जा के विस्तार पर जोर दे रही है, और सोनभद्र में मिलने वाले ये भंडार भारत की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में मददगार साबित हो सकते हैं। सोनभद्र की यह खोज देशव्यापी अभियान का हिस्सा है। गत जुलाई माह में देश के 12 राज्यों के 47 स्थानों पर यूरेनियम के बड़े भंडार पाए जाने की जानकारी सामने आई थी। यह दिखाता है कि भारत घरेलू स्तर पर यूरेनियम के स्रोतों की खोज के लिए लगातार प्रयास कर रहा है।
आत्मनिर्भर भारत
सोनभद्र में यूरेनियम मिलने की यह संभावना भारत को अपनी परमाणु ऊर्जा परियोजनाओं के लिए विदेशी यूरेनियम पर निर्भरता कम करने में मदद करेगी। इससे देश की ऊर्जा सुरक्षा मजबूत होगी और यह प्रधानमंत्री के 'आत्मनिर्भर भारत' के सपने को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
























